रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : देवीधुरा:वाराही धाम में बारह दिवसीय ऐतिहासिक बग्वाल मेले का जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ।

वाराही धाम में बारह दिवसीय ऐतिहासिक बग्वाल मेले का हुआ शुभारंभ।
शताब्दियों पूर्व की पूर्वजों की विरासत व परंपरा को पीढ़ीदर-पीढ़ी सौंपते आ रहे हैं यहां के लोग। यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों का किया जाए मेहमान की तरह स्वागत-जिलाधिकारी।देवीधुरा(चंपावत)- उत्तर भारत के प्रसिद्ध वाराही धाम में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले पाषाण युद्ध के लिए विख्यात बारह दिवसीय "बग्वाल" मेले का आज विधिवत वैदिक मंत्रोपचार के साथ शुभारम्भ हो गया है। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सर्व प्रथम मां वज्र वाराही के गर्व ग्रह में पूजा अर्चना की और बाद में संस्कृत महा विद्यालय के बच्चों द्वारा वेद वाणी के साथ मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर मेले का आगाज किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुमाऊं के हृदय में वसा देवीधुरा एक ऐसा दिव्य स्थल है जहां वाराही मां की अलौकिक मान्यताएं रही हैं। पुराणों के अनुसार वाराही धाम में ऐसी तमाम शिला लेख मंदिर परिसर में विद्यमान हैं जिनकी अपनी अलौकिक मान्यताएं एवं परंपराएं रही हैं। यहां के मेले का मुख्य आकर्षण "बग्वाल" की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
उन्होंने क्षेत्रीय लोगों को बधाई देते हुए कहा कि वे अपने पूर्वजों की शताब्दी पूर्व की परंपरा को पीढ़ीदर-पीढ़ी एक दूसरे को सौंपते हुए इसके साक्षी बनते रहें। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री जी द्वारा वाराही धाम को केंद्र बिंदु बनाकर यहां पर्यटन एवं धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब इस ओर देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु रुख करेंगे। उन्होंने मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियों का मान सम्मान अतिथियों की तरह किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि मेला अवधि में सभी विभाग आपसी सहयोग व समन्वय के साथ कार्य करें।
इससे पूर्व जिलाधिकारी का आयोजन समिति द्वारा ढोल नगाड़ों, छलिया नृत्य व बच्चों की कलश यात्रा के साथ देवीधुरा मुख्य बाजार से मंडल तक लाया गया।अपनी विशिष्ट कार्य शैली एवं संस्कृति से विशेष पहचान बना चुके जिलाधिकारी ने मेले में अपने इष्ट मित्रों के साथ बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील की।आयोजन कीर्ति शास्त्री, विक्रम कथायत के संचालन में हुए इस समारोह में चार खाम, सात थोक की ओर से ज़िलाधिकारी का भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर उपजिलाधिकारी नीतीश डांगर, सीओ एस एस राणा, जिलापंचायत के एएमए कमलेश बिष्ट एवं लड़वाल फाउंडेशन के सीईओ नरेंद्र सिंह लढ़वाल, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, रौशन सिंह लमगड़िया, हयात सिंह बिष्ट, खीम सिंह लमगड़िया, खाम प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट, वीरेंद्र लमगड़िया, विशन सिंह चम्याल दीपक चम्याल, चंदन सिंह, ईश्वर सिंह बीडीसी सदस्य, राजू बिष्ट आदि ने स्वागत किया। मुख्य अतिथि के स्वागत में स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस दौरान मंदिर कमेटी की ओर से ज़िलाधिकारी को स्मृति चिन्ह व अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। मेले में रंगारंग कार्यक्रमों की धूम मची हुई है
क्विक एक्शन वाले जिलाधिकारी को देखने आए थे लोग।देवीधुरा -"क्विक एक्शन" ओर "क्विक डिसिजन" से अपनी विशिष्ट कार्य संस्कृति को लेकर एक अलग पहचान बना चुके चर्चित युवा जिलाधिकारी मनीष कुमार को देखने व सुनने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग आए हुए थे।