रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रम "कौशलम्" के तहत जिले में प्रशिक्षित होंगे 300 शिक्षक।

व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रम "कौशलम्" के तहत जिले में प्रशिक्षित होंगे 300 शिक्षक।
वर्ष 2025-26 के लिए डाइट में शुरू हुआ कौशलम् शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं औऱ एससीईआरटी तथा उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय में कौशलम् कार्यक्रम संचालित है। सोमवार को जनपद में वर्ष 2025-26 के लिए व्यवसायिक शिक्षा के तहत संचालित कौशलम् कार्यक्रम से जुड़े शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हो गया। प्रथम चक्र में कक्षा 12 के 55 शिक्षकों के प्रशिक्षण का प्रारंभ करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ आशुतोष वर्मा ने कौशलम् कार्यक्रम की मूल अवधारणा "विद्यार्थियों में उद्यमशील मानसिकता तथा नवीन प्रोटोटाइप के विकास की सोच" विकसित करने पर बल दिया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ कमल गहतोड़ी के अनुसार जनपद के 97 माध्यमिक विद्यालयों (अटल उत्कृष्ट को छोड़कर) कक्षा 9 से 12 तक प्रत्येक कक्षा से एक कौशलम शिक्षक को तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण प्रदान दिया जा रहा है। प्रशिक्षण हेतु कुल 302 शिक्षक एवं 16 मास्टर ट्रेनर चयनित हैं। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के उद्यमशील विचार को व्यवसाय एवं बाजार से जोड़ना है। ताकि वह उन्हें भविष्य में आत्मनिर्भरता प्रदान कर सके। उद्यम लर्निंग फाउंडेशन राज्य में कौशलम् कार्यक्रम के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कार्यक्रम के कुमाऊं प्रभारी तनुज अटवाल के अनुसार माध्यमिक स्तर पर प्रत्येक कक्षा के लिए कौशलम् कार्यक्रम के अलग-अलग उद्देश्य निर्धारित हैं। जिनकी प्राप्ति के लिए शिक्षकों को कौशलम् की प्रत्येक विद्या से परिचित होना अत्यावश्यक है। प्रथम बैच के प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर डायट प्रवक्ता डॉ अनिल मिश्रा, कृष्ण सिंह ऐरी, दीपक सोराड़ी, डॉ लक्ष्मी शंकर यादव, डॉ अवनीश शर्मा, डॉ पारुल शर्मा, मनोज भाकुनी, भगवती जोशी, दिनेश गढ़कोटी के अतिरिक्त मास्टर ट्रेनर दिनेश पनेरु, पुष्पा पाठक, ममता पाटनी, नीरज नाथ गोस्वाम्मी आदि उपस्थित रहे।