रिपोर्ट लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:10 दिन बाद भी धरगड़ा का आदमखोर आजाद। शाम होते ही घरों में कैद ग्रामीण।
Laxman Singh Bisht
Thu, Dec 18, 2025
10 दिन बाद भी धरगड़ा का आदमखोर आजाद। शाम होते ही घरों में कैद ग्रामीण।
मंगोली गंगनोला क्षेत्र में शावकों संग मादा गुलदार ने मचाई है दहशत। चारों ओर गुलदार का जबरदस्त आतंक।
दो लोगों की जान ले चुके हैं गुलदार चार लोगों पर कर चुके है हमला।
वन विभाग जागरूक करने व गस्त लगाने तक सीमित।
चंपावत जिले के लोहाघाट व बाराकोट क्षेत्र में गुलदार ने दहशत मचा कर रखी हुई हैं। शाम होते ही ग्रामीण घरों में कैद होने को मजबूर है। गुलदार लोहाघाट के मंगोली में भुवन राम व बाराकोट के धरगड़ा में देव सिंह अधिकारी को मौत के घाट उतार चुका है। इसके अलावा टुंनकांडे , ठाटा तथा चुयरानी में तीन महिलाओं पर हमला कर चुका है। हालांकि वन विभाग के द्वारा चूयरानी और मंगोली में तीन गुलदारों को कैद भी किया है। लेकिन। इसके बावजूद धरगड़ा का आदमखोर गुलदार घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद भी आजाद घूम रहा है। जिस कारण क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है ।लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बच्चों के पैदल स्कूल जाने में खतरा बना हुआ है महिलाओं का जंगल जाना लगभग बंद हो चुका है। इसके अलावा लोहाघाट के मंगोली, गंगनौला तौलान, आदि क्षेत्र में मादा गुलदार ने दो शावको को संग अपनी दहशत मचाई हुई है। मादा गुलदार सड़क में आकर दहशत फैल रही है। इसके अलावा सीमांत क्षेत्र में भी गुलदार ने जबरदस्त आतंक मचाया हुआ है तो वहीं रेगडू व कलाकोट क्षेत्र में भी गुलदार की दहशत बनी हुई है कई मवेशियों को गुलदार मौत के घाट उतार चुका है। पर अभी तक वन विभाग जनता को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने में कामयाब नहीं हो पाया है। लोगों ने कहा गुलदार के भय से शाम होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में कर्फ्यू सा माहौल पैदा हो गया है। गुलदार से न लोग सुरक्षित हैं और ना उनके मवेशी ना मालूम गुलदार कब किस पर कहा हमला कर दे। लोगों ने कहा वन विभाग लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रहा है। वन विभाग सिर्फ लोगों को जागरूक करने व गस्त लगाने तक सीमित रह गया है। भाजपा नेता हरगोविंद बोहरा ने कहा वन विभाग ने गुलदारो के आतंक से निजात दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए तथा आदमखोर गुलदार को शूट करने के आदेश पारित करने चाहिए ताकि जनता भय मुक्त हो सके। बोहरा ने कहा आज गुलदार का आतंक चारों ओर इतना बढ़ चुका है ना तो लोग सुरक्षित है ना उनके मवेशी। अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं। महिलाओं व मवेशियों का जंगल जाना बंद हो चुका है। उन्होंने वन विभाग व शासन प्रशासन से जनता को गुलदार के खतरे से निजात दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।