: लोहाघाट:गंदे शौचालय युक्त जानलेवा स्कूल भवन में पढ़ने को मजबूर जीआईसी रोशाल के छात्र छात्राएं शिक्षा विभाग सोया हुआ
गंदे शौचालय युक्त जानलेवा स्कूल भवन में पढ़ने को मजबूर जीआईसी रोशाल के छात्र छात्राएं शिक्षा विभाग सोया हुआ
चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक के सुदूर नेपाल सीमा के जीआईसी रोसाल के हाल बेहाल चल रहे हैं जिस कारण क्षेत्र के अभिभावकों में शिक्षा विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है विद्यालय के पीटीए अध्यक्ष मोहन चंद्र पांडे ने बताया विद्यालय में पेयजल के लिए लगाई गई जल संस्थान की योजना में पानी न आने के कारण विद्यालय के शौचालय गंदगी से भरे हैं जिस कारण छात्र-छात्राओ में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है तथा शौचालय जाने के लिए छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जल संस्थान के अधिकारियों से कई बार कहने के बावजूद विद्यालय की पेयजल व्यवस्था सुचारू नहीं की जा रही है
पांडे ने बताया कक्षा 9 व 10 के छात्र-छात्राओं के पढ़ने के लिए बनाए गए भवन की छत में दरारें आ चुकी है घटिया निर्माण कार्य के चलते छत का मलवा बार-बार पढ़ाई के दौरान बच्चों के ऊपर गिरता है जिस कारण कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है पांडे ने कहा कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों व डीएम के सामने भी समस्या को रखा गया पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया उन्होंने कहा पूर्व डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने विद्यालय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय भवन की दशा सुधारने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए गए थे पर डीएम के आदेशों का पालन तक शिक्षा विभाग के अधिकारी के द्वारा नहीं किया गया वहीं सरकार के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन चलाया गया है पर विद्यालय के शौचालयों की दयनीय स्थिति देखकर लगता है मिशन सिर्फ कागजों पर ही चल रहा है पांडे ने कहा अगर विद्यालय भवन में किसी छात्र-छात्रा के साथ कोई दुर्घटना घटित होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग व प्रशासन की होगी
जबकि सरकार व शिक्षा मंत्री सरकारी विद्यालयों की दशा सुधारने की बात करते हैं पर सीमांत क्षेत्र के विद्यालयों की दशा दयनीय बनी हुई है पर सुनने वाला कोई नहीं है जबकि यह क्षेत्र मुख्यमंत्री के जिले चंपावत में आता है और अधिकारी मुख्यमंत्री के आदर्श जिला चंपावत बनाने के सपने पर पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं


