रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : चम्पावत में 22 क्रय केंद्रों पर शुरू हुई मिलेट फसलों की खरीद/ मडवा 48 रुपए 86 पैसे प्रति किलो

Laxman Singh Bisht
Wed, Oct 8, 2025
चम्पावत में 22 क्रय केंद्रों पर शुरू हुई मिलेट फसलों की खरीदजिलाधिकारी मनीष कुमार ने जानकारी दी कि राज्य मिलेट मिशन योजना के अंतर्गत पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खरीफ खरीद सत्र 2025-26 में व्यापक स्तर पर खरीद की जा रही है।उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उत्तराखण्ड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (यूसीएफ) द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों से मंडुवा (रागी), झंगोरा, चौलाई और सोयाबीन जैसी पौष्टिक फसलों की खरीद की जा रही है।जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद चम्पावत में किसानों की सुविधा हेतु कुल 22 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो आज से ही क्रियाशील हैं।ये केंद्र चम्पावत, हरतोला, मंच, सीमियां, सिप्टी, कोट अमोड़ी, धूरा, चानमारी, धरमघर, दिगालीचौड़, खतेड़ा, ड्मडई, बाराकोट, बापरू, इन्द्रप्री, वल्सों, बांजगांव, गोशनी, रौलमेल, देवीधूरा, दूबड़ एवं चौड़ामेहता में संचालित होंगे खरीद का समय प्रतिदिन प्रातः 10:00 बजे से सांय 5:00 बजे तक निर्धारित किया गया है।
(किसानों को मिलेगा बेहतर मूल्य)
डीएम मनीष कुमार ने बताया कि इस वर्ष किसानों को विगत वर्ष की अपेक्षा अधिक मूल्य प्राप्त होगा। निर्धारित दरें निम्नानुसार हैं —
रागी (मंडुवा): ₹48.86 प्रति किलोग्राम
झंगोरा: ₹25.00 प्रति किलोग्राम
चौलाई: ₹50.00 प्रति किलोग्राम
सोयाबीन: ₹40.00 प्रति किलोग्राम
जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य मिलेट मिशन योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को बिचौलियों के शोषण से मुक्त कराना है, ताकि उन्हें अपनी उपज का पूर्ण मूल्य सीधे प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल कृषकों की आय में वृद्धि करेगी, बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों में रागी, झंगोरा, चौलाई और सोयाबीन जैसी मोटे अनाजों की खेती को प्रोत्साहित करेगी। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में बंजर भूमि का पुनः उपयोग होगा और पलायन पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव होगा।डीएम मनीष कुमार ने जनपद के सभी कृषक बंधुओं से आग्रह किया कि वे मिलेट फसलों का अधिकाधिक उत्पादन करें और राज्य सरकार की मिलेट मिशन योजना का लाभ उठाकर अपनी आजीविका सुदृढ़ करें एवं आय में वृद्धि करें।