: लोहाघाट की कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा शांभवी का प्रदेश के प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए हुआ चयन
होली विजडम एकैडमी मानेस्वर की कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा शांभवी का प्रदेश के प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए चंपावत जिले से हुआ चयन सबसे कम उम्र में तीलू रौतेली पुरस्कार जीतने का गौरव किया हासिल
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड ने कुमाऊनी भाषा, पर्यावरण संरक्षण, योग स्वच्छता,नशा मुक्ति के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रही कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा शांभवी मुरारी का का चयन चंपावत जिले से प्रदेश के प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए किया है। यह पुरस्कार शांभवी को आठ अगस्त को देहरादून में दिया किया जाएगा। शांभवी सोमवार को देहरादून के लिए रवाना हो गई हैं। शांभवी ने सबसे कम उम्र की तीलू रौतेली पुरस्कार विजेता होने का भी गौरव प्राप्त किया है शांभवी मूल रुप से विशंग के किमौटा गांव हाल निवासी पिथौरागढ़ रोड़ निवासी व्यापारी हितैश मुरारी की बेटी हैं शांभवी मुरारी कक्षा दस में अध्ययन कर रही । शांभवी वर्ष 2018 से कुमाऊनी भाषा, पर्यावरण संरक्षण, योग स्वच्छता,नशा मुक्ति के क्षेत्र में योगदान करने के साथ साथ क्षेत्र के लोगों को जागरूक कर रही हैं। क्षेत्र में उनका विशेष योगदान योगाभ्यास, पौध रोपण,नशा मुक्ति के खिलाफ लोगो को जागरूक करना है।बीते वर्ष दिसंबर माह में पतंजलि योग पीठ ने सहयोग प्रशिक्षक और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर शांभवी को सम्मानित किया।उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने दादा इंद्र देव मुरारी,दादी हीरा मुरारी,माता हरितिमा मुरारी ,चाचा राजीव मुरारी,चाची निर्मला मुरारी को दिया। उनका लक्ष्य आगे चलकर पढ़ाई करना और लोगों सामाजिक क्षेत्र में जागरूक करना है। शांभवी की इस उपलब्धि पर पर क्षेत्र के सभी लोगों ने शांभवी को शुभकामनाएं दी हैं
